The best Side of संघर्ष हौसला पर शायरी

मोहपाश के बारे में अभिनेता देवानंद साहब अपनी किताब “रोमांसिग विथ लाइफ” में लिखते हैं कि “जीवन का सफर कैसा भी रहा हो, उसमें नाकामियां हों या उपलब्धियां, ये कुछ खास मायने नहीं रखता। सफर जारी रहा और हमने कितनी शिद्दत से मंजिल की तरफ कदम बढ़ाए, ये महत्वपूर्ण बात है।”

दुतकारा मस्जिद ने मुझको कहकर है पीनेवाला,

ये प्रकृति शायद कुछ कहना चाहती है हमसे

व्यर्थ सुखा डाली जीवन की उसने मधुमय मधुशाला।।१८।

कौन अपिरिचत उस साकी से, जिसने दूध पिला पाला,

नहीं हुआ है अभी सवेरा, पूरब की लाली पहचान, चिड़ियों के जगने से पहले, खाट छोड़ उठ गया किसान,

अकेले में अक्सर हम अपनी परछाइयों से डर जाते हैं, साथ मिले अगर किसी का तो हम दुनिया ‍ ‍ ‍ जीत जाते हैं.....

रंभा की संतान जगत में कहलाती 'साकीबाला',

बजी न मंदिर में घड़ियाली, चढ़ी न प्रतिमा पर माला,

My grandfather instructed me a poem few times back. the strains go like this " kabhi kabhi ghee bhi milta tha, yadyapi woh tha Hello kitna.." He said it had been penned by maithali sharan gupt and titled "mera bachpan" but I couldnt anything at all like that less than rashtra kavi.

Some of these poems like "veer tum badhe chalo" and "Jhansi wali rani" had been inside our system in class...Those times I learnt them by coronary heart and still when I recite by no means miss out on a phrase..

अपने अंगूरों से तन में हमने भर ली है हाला,

जब धाराएँ सुकड़ गई तो उन सब की धरती कब्जा ली

वहीं कुछ महान कवियों ने तो प्रकृति पर आए अपने सुंदर विचारों को बेहद खूबसूरत ढंग से कविताओं के माध्यम से बताने more info की कोशिश की है। उन्हीं कविताओं में से कुछ कविताएं हमने आपको उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें पढ़कर यकीनन आपको अच्छा महसूस होगा साथ ही कुदरत की महिमा भी समझने में आसानी है।

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